1.
घड़ी की सुईं
घड़ी की सुईं
चलकर
कहतीं
चलते
रहो।
2.
पानी
या खून
हर बूँद
अमूल्य
मत बहाओ।
3.
सूखा
ही सूखा
प्यासा
मन तरसा
हुआ
उदासा।
4.
भ्रष्टाचार
से
देश
को बचाएंगे
संकल्प
करें।
5.
आतंकवाद
समूल
मिटाना है
मन
में ठानें।
6.
नैतिक
मूल्य
सर्वोपरि
होते हैं
मन
से मानें।
7.
गेंहूँ
जौ चना
कैसे
हो और घना
हमें
सोचना।
...आनन्द विश्वास
badhiya
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