मन की
बात
सोचो,
समझो और
मनन करो।
2.
देश
बढ़ेगा
अपने दम
पर
आगे ही
आगे।
3.
अपना घर
तन-मन-धन
से
स्वच्छ
बनाएं।
4.
विद्या
मन्दिर
नारों का
अखाड़ा है
ये
नज़ारा है।
5.
सब के सब
एक को
हटाने में
एक मत
हैं।
6.
पहरेदार
हटे, तो
काम बने
हम सब
का।
7.
नहीं
सुहाते
दोनों घर
हमको
बिन
कुर्सी के।
***
...आनन्द
विश्वास
आपकी यह उत्कृष्ट प्रस्तुति कल शुक्रवार (11.03.2016) को "एक फौजी की होली " (चर्चा अंक-2278)" पर लिंक की गयी है, कृपया पधारें और अपने विचारों से अवगत करायें, वहाँ पर आपका स्वागत है, धन्यबाद।
ReplyDeleteसुंदर हाइकू
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