Tuesday, 2 November 2021

“पर-कटी पाखी” एक विश्लेषण

मित्रो,
International Journal of Social Science & Management Studies (IJSSMS) ISSN: Nov 2017 (पेज न, 52-55) जबलपुर (म.प्र.) से प्रकाशित एक लेख "नैतिक मूल्यों के विकास में बाल-साहित्य का योगदान" विषय पर प्रकाश डालते हुए डॉ. मंजू शर्मा (ऐसो. प्रो. भारती कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली) ने मेरे बाल-उपन्यास "पर-कटी पाखी" के कथानक, पात्रों और घटनाओं का विश्लेषण बड़े ही सुन्दर ढंग से किया है, पठनीय है। लेख आपके समक्ष प्रस्तुत है। डॉ. मंजू शर्मा को अनेकानेक साधुवाद एवं धन्यवाद।
-आनन्द विश्वास



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